Lucknow में Bhim Rao Ambedkar की मूर्ति को लेकर विवाद
12 अप्रैल 2025 को लखनऊ के खंतारी गाँव में डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को लेकर ग्रामीणों और पुलिस के बीच हिंसक झड़पें हुईं। यह विवाद मूर्ति की अनधिकृत स्थापना और प्रशासन द्वारा उसे हटाने के प्रयासों को लेकर शुरू हुआ। घटना की प्रमुख जानकारियाँ इस प्रकार हैं:
1. झड़पों का कारण
ग्रामीणों ने खंतारी गाँव में डॉ. अंबेडकर की एक आदमकद मूर्ति ग्राम समाज की ज़मीन पर स्थापित की थी, जिसके लिए उन्होंने तीन साल से अनुमति माँगी थी, लेकिन प्रशासन ने कोई जवाब नहीं दिया ।
पुलिस और एसडीएम ने बिना सूचना दिए मूर्ति हटाने का प्रयास किया, जिसके बाद ग्रामीणों ने विरोध किया और पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने जवाब में लाठीचार्ज किया और आँसू गैस के गोले दागे ।
2. हिंसा और चोटिल
झड़पों में दो पुलिसकर्मी (एक इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल) घायल हुए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस की कार्रवाई में कई महिलाएँ भी जख्मी हुईं ।
पुलिस ने ग्राम प्रधान के पति वीरेंद्र रावत को हिरासत में ले लिया ।
3. राजनीतिक हस्तक्षेप और समाधान की कोशिशें
भाजपा विधायक योगेश शुक्ला ने संवाद स्थापित करने की कोशिश की और कहा कि मूर्ति को कानूनी प्रक्रिया के तहत ही रखा जाएगा। उन्होंने कहा, "सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार बिना अनुमति के मूर्ति नहीं रखी जा सकती, लेकिन हम ग्रामीणों की भावनाओं का सम्मान करेंगे" ।
13 अप्रैल तक स्थिति शांत हो गई, और पुलिस ने बातचीत जारी रखी ।
4. प्रशासन का रुख
अधिकारियों ने कहा कि बिना अनुमति के मूर्ति लगाना कानून का उल्लंघन है। हालाँकि, ग्रामीणों ने इसे अपने विश्वास से जोड़ते हुए हटाने का विरोध किया ।
5. अंबेडकर जयंती की तैयारियाँ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 13 अप्रैल को अंबेडकर जयंती की पूर्वसंध्या पर सार्वजनिक स्थानों पर लगी मूर्तियों की सफाई के निर्देश दिए। 14 अप्रैल को राज्य स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे ।
इस घटना ने सामाजिक-राजनीतिक तनाव को उजागर किया, जहाँ एक ओर ग्रामीणों की आस्था और दूसरी ओर कानूनी प्रक्रिया के बीच टकराव देखने को मिला।
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